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Showing posts from April, 2022

होलिका दहन की 2 बजे रात मडई और दूकान में आगजनी और जान से मारने के मामले में आपसी सुलहनामा के दौरान पीड़ित 50,000/- मिला|

  होलिका दहन की 2 बजे रात मडई और दूकान में आगजनी और जान से मारने के मामले में आपसी सुलहनामा के दौरान पीड़ित 50,000/- मिला|   धौरहरा चौबेपुर के रहने वाले पीड़ित अशोक यादव पुत्र बाबूलाल यादव निवासी हरिहरपुर,पोस्ट-धौरहरा,थाना-चौबेपुर,जिला-वाराणसी के लिखित आवेदन भेजकर फोटो भेजकर संस्था से न्याय पाने के लिए गुहार लगाये| पीड़ित ने बताया कि घटना दिनांक 17 मार्च,2022 को होलिका दहन होने के कारण प्रार्थी रात को अपने दुकान जो हनुमान मंदिर के पास है| वही पर सो रहा था कि रामअवतार यादव पुत्र स्व० सूरज यादव,पिंटू सोनकर पुत्र बच्चू राम सोनकर चौबेपुर थानान्तर्गत 18 मार्च की रात 2 बजे प्रार्थी की दुकान पर अपने 4-5 अन्य साथियों के साथ आये गाली गलौज देते हुए प्रार्थी को लात से मारने लगे| प्रार्थी वेंच पर सो रहा था| प्रार्थी मार खाते ही वेंच के निचे गिर गया| सभी मिलकर प्रार्थी से दुकान की चाभी छिनने लगे| प्रार्थी चाभी देने से इंकार किये तो जान से मारने की धमकी देते हुए चाभी छीन लिए और दुकान का ताला खोलकर गल्ले से विक्री का लगभग 4500/- रुपया व अन्य सामान लुटकर दुकान में व उसके ऊपर रखे मडहे में आग गला दिय

घरेलू हिंसा से संघर्षरत मीना को किया गया सम्मानित आखिर क्या हुआ था मीना के साथ पढ़े इस कहानी में-

  दिनांक 15अप्रैल,2022 को संघर्षरत पीडिता मीना देवी जो कई वर्षो से लगातार संघर्ष कर रही थी|  मानवाधिकार जन निगरानी समिति कार्यालय में प्रोग्राम डारेक्टर  शिरीन शबाना खान  द्वारा अंगवस्त्र देकर उनको सम्मानित किया गया|     ‘’भूख लगने पर खाना निकालकर खा लेती तो मुझे बुरी तरह मारा जाता मै इन सब बातो का विरोध करती, तो सास नन्दे धमकी देती तेज आवाज निकला तो इसी घर में मै तुम्हे दफना दूंगी’’ उक्त बाते बताते हुये मीना के आँख में आंसू भर आते है| और वह एक पल के लिए अपना हौशला खो देती है| फिर हिम्मत करके कहती है मुझे अब उम्मीद नही लगता की मेरे पति ले जायेंगे| लेकिन मै न्याय के लिए लड़ना नही छोडूंगी| आईये सुनते है मीना की कहानी उसी की जुबानी| मेरा नाम मीना देवी है| मेरी उम्र-35 वर्ष है| मेरे पिता का नाम रामकीरथ कन्नौजिया है| मै ग्राम-उकथी,पोस्ट-उकथी,थाना-चौबेपुर,जिला-वाराणसी की मूल निवासिनी हूँ| मै जाति की कन्नौजिया हूँ| मेरे मायके वालो की आर्थिक हालत ठीक नही थी| लेकिन किसी तरह मजदूरी कर वह सभी भाई बहनों का भरण–पोषण कर रहे थे| पूरा परिवार उतने में ही खुश रहता|   कब कैसे समय बीत गया| पता

इबादत के महीने में पुलिस वाले को खुदा से भी डर नही : शबनम

  इबादत का मुकद्दस महीना चल रहा है| लोग सुकून से इबादत कर रहे है |लेकिन हम इतने बदनसीब है की यह भी हमसे छुट रहा है | इस वक्त हमारे लिए सब बेमाना है| थाना चौकी का चक्कर लगाते -लगाते थक चुकी  जब घर में कोई नही था, मेरे अब्बू अकेले थे और दिन 7 अप्रैल,2022 को शाम के 6 बज रहा था| तब मो० खलील 67 वर्ष, (अब्बू)  घर पर समान लेने गये थे तो नौशाद और बहनोई अशरफ अब्बू को अकेले देखकर घर में घुसकर मुक्का –मुक्का करते हुए डंडा से खूब बेरहमी पिटाई किये| अब्बू को जिस जगह पर अपेंडीस का आपरेशन हुआ था| उसी जगह गहरी चोट आ गयी| उस दिन जब देर रात होने पर अब्बू घर लौटकर नही आ पाए तो मुझे शंका होने लगी तो मै और भाई परवेज मकान पर गयी तो देखे अब्बू अपना चोट पकड़ कर बैठे हुए थे| अब्बू ने मुझे देखकर रोते हुए मौके वारदात की खबर बतायी| तब मैंने अब्बू को घर लेकर आयी| लेकिन इलाज कराने के लिए बाहर डर के वजह से नही निकल पा रही थी| लेकिन अब्बू की हालत दिन पे दिन बिगड़ता जा रहा था| दिनांक 10 अप्रैल,2022 को श्री साई वरदान हास्पिटल में ले जाकर एडमिट किये| अब तक हास्पिटल का पूरा खर्च 30 हजार के लगभग हो गया है| लेकिन तबियत ठीक न

वाराणसी के जैतपुरा थाना में 7 जनवरी 22को दर्ज हुआ मुकदमा, नहीं हुई कार्यवाही,अपराधियों ने पीडिता के घर घुस तेज़ाब से किया हमला|

उसी शाम को पीडिता के घर में घुसकर विपक्षी द्वारा चाकू से हमला करते हुए  उसके माँ कनीज फातिमा पर विपक्षियो द्वारा तेजाब से हमला कर  दिया गया जिससे पीडिता के माँ की शरीर नीचला भाग (पेट के निचे जल) गया वही उसके पिता के सर पर धार दार हथियार से वार करने पर गम्भीर चोट आयी वही उसके भाई जावेद अख्तर को भी पिटा गया| उक्त घटना को  रात के 10 बजे के लगभग  अंजाम  दिया गया ताकि पीडिता किसी से मदद न ले सके| उक्त मामले में पीडिता द्वारा पुलिस को सुचना दी गयी जिस पर पुलिस ने उनके परिजनों को कबीरचौरा हास्पिटल में ले जाकर इलाज कराया परन्तु आरोपियों की गिरफ्तारी नही की गयी| पीडिता द्वारा गिरफ्तार करने की विनती करने पर पुलिस ने कहा की तुम्हारे कहने पर काम करेंगे | इस तरह अपराधीयों द्वारा 30 दिसम्बर,2021 से अब तक लगातार पीडिता एवम उसके परिजनों को प्रताड़ित करते आ रहे है| वही पुलिस भी इस मामले में अपराधियों के साथ मिलकर पीडिता का प्रताड़ित करने में कोई कसर नही छोड़ा है|                       हम घटना बता रहे है  शाहाना परवीन उम्र- 19 वर्ष, पुत्री अख़लाक़ अहमद मं० न० संख्या जे0 33/26 कच्चीबाग़, आज़ाद पार्क, वाराणसी की