थाने में पुलिस हमें तीन चार डंडा मारकर धमकाते हुए बोली तुम बहुत नेता गिरी करते हो, अब तुम पर ऐसा केस लगायेंगे की तुम्हारी नेता गिरी खत्म हो जाएँगी!
मेरा नाम चिंतामणि सेठ पुत्र स्व० बलराम सेठ है | मै मकान न०- N- 1/1 A- 1 B नगवा , थाना--लंका जिला वाराणसी का मूल निवासी हूँ | मेरी उम्र 60 वर्ष है | मेरी तीन बेटिया व एक बेटा है जिसमे मैंने तीनो बेटियों की शादी कर दी है बेटा अविवाहित है | मै BHU अस्पताल के छोटे गेट पर नाश्ता पानी का दुकान लगाता हूँ| उसी से परिवार का खर्च चलता है | सब की जिन्दगी में कुछ समय के लिए उतार चढ़ाव आता है, लेकिन हमारे साथ यह लगातार हो रहा है | मै रोज सुबह ठेला इस उम्मीद से लगाता हूँ, कि आज की आमदनी से मै घर का यह काम करूंगा, लेकिन दोपहर में यह खबर आ जाती है, उच्चाधिकारी और नेता जी आने वाले है | यह कहते हुए पुलिस हमारे दुकान के सामान को तितर बितर करके सब कुछ बर्बाद कर देती है उस समय हमें बहुत तकलीफ होती और हमसब कुछ लाचार होकर देखते रहते है | मै 9 जून 2017 को मरते दम तक कभी नही भूल सकता हूँ , दोपहर के दो बजे रहे थे , मै ठेले पर नाश्ते का सामान लगाकर बेच रहा था | तभी अचानक से ढेरो संख्या में पुलिस , नगर निगम के लोग और ACM प्रथम सुशील गौड़ में आकर हमारे दुकानों को हटाने के लिए कहने लगे | मैंने उन्