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Showing posts from January, 2023

नाबालिग बेटे को थाना में दो दिन तक बैठाकर प्रताड़ित करते रहे|

      मेरा नाम रमापति उम्र 40 वर्ष है |पिता का नाम उदल है| ग्राम-पटखौली आलमगंज,पोस्ट आलमगंज,थाना-बरसठी,जिला जौनपुर का निवासी हूँ मैअनुसूचित जाति का हूँ |मेरे पास तीन बेटा व् दो बेटी है| पहला बेटा कोमल 16 वर्ष,दूसरा नीरज 6 वर्ष, तीसरा लवकुश 4 वर्ष, नीतू 14वर्ष और ज्योति है| मै जिस जमीन पर निवास करता हूँ| वो आबादी की जमीन है| इस जमीन पर कई पीढियों से लोग रहते आ रहे है |आज तक किसी ने कोई रोक टोक नही लगाया |बाबा दादा के जमाने से चले आ रहे है|लोग बचे हुए जमीन पर गाय गोरु बाधते है| उसी तरह आज भी बची जमीन पर चारो भाई का गाय गोरु बंधा हुआ है |आबादी की जमीन में तीन भाई भी साथ रहते है बढ़े भाई का नाम जल्लू राम,दुसरे भाई का नाम मुन्नर,तीसरे का राजपत है | दिनांक 5 जुलाई 2020 को सुबह 10 बजे के करीब 20 से 25 आदमी लेबर मिस्त्री को लेकर आ गये |गाव के दो सौ मीटर की दुरी पर अजय व विजय पुत्रगण बबुनाथ रहते है |जिस जगह पर कई पीढियों से गाय गोरु बाधते हुए चले आ रहे है |उसी जमीन पर जबरिया लाठी डंडे के बल पर नीव खोदवाने लगे|उस समय लेवर का काम करने गया था |मेरी पत्नी निर्मला देवी ने फोन कर बताया की

‘’मै किसी पर अत्याचार होते देखती तो उसके खिलाफ आवाज उठाकर उस मजलूम की मदद करती हूँ, इसी वजह से मै दबंग और पुलिस के निगाह में हूँ’’

  मेरा नाम पुष्पा देवी है | मेरी उम्र 48 वर्ष है | मेरे पति हुबलाल है | मैंने बीए तक की शिक्षा ली है | मै आगनबाडी कार्यकर्ती हूँ , बी०एल०ओ का काम भी देखती हूँ | मै चमार जाति की हूँ | मेरे तीन बच्चे है | मै ग्राम-अड़ियार , थाना- सुरेरी , जिला-जौनपुर की मूल निवासनी हूँ | मै किसी पर अत्याचार होते देखती हूँ | तो उसके खिलाफ आवाज उठाकर उस मजलूम की मदद करती हूँ | इसी वजह से मै दबंगो के निगाह में हूँ | वह हर वक्त इस फ़िराक में रहते है की कैसे वह हमारे हौसले को धराशायी कर हमे नुकसान पहुंचा सकते है | उस दिन भी मुझसे यह सब बर्दास्त नही हुआ मै पैरवी के लिए खड़ी हुई तो दबंग मुझे नेता कहकर मेरे काम पर सवाल उठाने लगे |   24 जुलाई 2019 की तारीख थी | मै पास के मुसहर बस्ती में गयी | मैंने उनसे कहा की कल मेरे खेत में धान रोपना है | तुम लोग सुबह में आ जाना | मै तुम लोगो के लिए खाना बनवाकर रखूंगी | बस्ती वाले मेरे बात से राजी हो गये | तभी बस्ती की सीमा ने मुझसे कहा दीदी बस्ती में पानी की बहुत परेशानी है | हैन्डपम्प लगवाना है | मैंने कहा गड्ढा खुदवाकर पानी भर लो | उसी से बोरिंग करा ल

पुलिस ने बेवजह मुझे गिरफ्तार कर कई दिन हिरासत में रखकर मुझ पर जो बेबुनियाद आरोप लगाये

  मेरा नाम राजकुमार है| मेरी उम्र 24 वर्ष है| मेरे पिता गुलाब है| मै अविवाहित हूँ| हम पांच भाई व तीन बहन है| जिसमे से दो भाई बहन की शादी हो गयी है| वर्तमान में मै LLB कर रहा हूँ|और इसके साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी इलाहबाद में रहकर कर रहा हूँ| मै ग्राम-महूआव कला,थाना-चोपन,पोस्ट-अदलगंज जिला सोनभद्र का मूल निवासी हूँ|   8 जनवरी 2021 की तारीख थी| कोरोना महामारी की वजह से मै इलाहबाद से घर आ गया था| उस वक्त रात के तकरीबन दस बजे थे| मै बाथरूम फ्रेश होने गया था| घर वाले सोने की तैयारी कर रहे थे |तभी पांच पुरुष पुलिस और एक महिला पुलिस मेरे घर में घुस आये| पुलिस को देखकर घर के लोग घबरा गये| मै अभी बाथरूम से आया था तभी पुलिस वालो ने मेरा नाम पूछा मैंने कहा मेरा नाम राजकुमार है | यह सुनते ही वह मेरा हाथ पकड़कर मुझे ले जाने लगे| वही पास में खड़े भाई सुनील को भी पकड़ लिया|मैंने कहा साहब क्या बात है| हम लोगो को कहा ले जा रहे है| इस पर पुलिस ने मेरी बात का कोई जवाब नही दिया|   पुलिस हमे घर से बाहर खड़ी बोलेरो में बैठा ली|हमे इस तरह ले जाता देख घर वाले रोने बिलखने लगे| लेकिन पुलिस वालो को कोई र

पुलिस हमे धमकी देते है की तुमने मुझे बदनाम किया है मै तुम्हे दुबारा फसाकर जिन्दगी बर्बाद कर दूंगा

  मेरा नाम राहुल गुप्ता है मेरी उम्र 26 साल है| मेरे पिता केदारनाथ गुप्ता है| मै विवाहित हूँ| मेरी बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान है| मै ग्राम = बेवाना,थाना-बेवाना, जिला-अम्बेडकर नगर का मूल निवासी हूँ|   6 अप्रैल 2020 का दिन था| कोविड 19 के वजह से लाकडाउन लगा था| मुझे नही मालूम था की स्थानीय पुलिस मेरे साथ ऐसा करेगी| उस समय शाम के लगभग साढ़े चार बज रहे थे| मेरी पत्नी एटीएम से पैसा निकाल कर आयी थी| घर में सब्जी नही थी ठेला वाला मेरे दुकान के सामने से गुजर रहा था| मै और मेरी पत्नी ज्योति सब्जी खरीद रहे थे| तभी बेवाना थाने के दरोगा औसाफ अली सिपाही अरुण सिंह,हसीब और एक नये सिपाही मेरे घर के बाहर दो पहिया गाड़ी से आये| बोले पन्द्रह-बीस हजार रुपए दो| मै बोला साहब किस बात का इस पर वह बोले दे दो नही तो मै तुम्हे फँसा दूंगा| मैंने कहा साहब मै गांजा भाग का काम नही करता | मेरा सीधा काम है मै पैसा नही दूंगा | इस पर वह बोले साले तुम लोगो को लाकडाउन नही दिख रहा है | पुलिस का व्यवहार तुरंत बदल गया| मै बोला घर में सब्जी नही थी| वही खरीद रहे है| इस पर वह भद्दी-भद्दी गालिया देते हुए बोला स्कूटी काहे खड़ा क

‘’स्थानीय पुलिस ने हमारी कोई सुनवाई नही की, इस वजह से डर के मारे थाने नही गये’’

  मेरा नाम बन देवी है| मेरी उम्र 36 वर्ष है| मेरे पति राकेश है|मै जाति की घसिया(अनुसूचित जनजाति)हूँ| मै अशिक्षित हूँ बनी मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करती हूँ|मै ग्राम-लोहवन,पोस्ट-आरंगपानी,थाना-म्योरपुर,तहसील-दुद्धी,जिला-सोनभद|           22 जनवरी, 2021 की तारीख थी|मै दस मजदूरों के साथ बनारस से मजदूरी कर घर वापस आ रही थी| मेरे साथ मेरी बहन चमेली भी थी| मै जैसे म्योरपुर थाने के करीब पहुची| मैंने देखा की मेरी जमीन पर दबंग विनोद व बाबा पुत्रगण जगपथ यादव कई मजदूरो को लेकर काम करा रहे थे| मै अपनी जमीन पर काम होता देख अपनी बहन के साथ वही रुक गयी|उस वक्त शाम के साढ़े सात बज रहे थे| मैंने उन लोगो से बोला यह मेरी जमीन है|इस पर काम बंद करिये| मैंने बगल वाली पन्द्रह फीट जमीन आपको रजिस्ट्री की है| वही आपकी है| इतना सुनते ही मौके पर मौजूद दोनों भाई हमे माँ-बहन की भद्दी-भद्दी जातिसूचक गलिया देने लगे| मै कुछ बोल पाऊ तभी उन लोगो ने मुझे और मेरी बहन चमेली को जमीन पर धक्का देकर गिरा दिया| और डंडे से बुरी तरह हमे मारने लगे| किसी तरह उनसे बचकर मैंने 112 नम्बर पुलिस को फोन कर मदद मांगी| लेक