मेरा नाम फातिमा बीबी है| मेरी उम्र 60 वर्ष है| मेरे पति स्व० अब्दुल रहमान है| मुझे पांच बेटे और तीन बेटिया थी| लेकिन मेरे पांचो बेटे कुछ-कुछ दिन बाद गुजर गये| दो बेटियों की शादी कर चुकी हूँ| एक बेटी की जिम्मेदारी अभी मेरे उपर है| पति के गुजरने के बाद मै अपने मायके में ही साड़ी की कटाई कर गुजर बसर कर रही हूँ| मै लाट भैरव कोईराना,थाना-जैतपुरा,जिला-वाराणसी की मूल निवासिनी हूँ| उस दिन को मै जीते जी नही भूल सकती | 29 मार्च 2021 की तारीख थी| उस दिन होली का त्योहार था| हम लोग घर पर ही थे| एक दिन पहले शबेबारात था| रात भर इबादत कर सब थके थे| जुहर की नमाज अदा कर कोई सोया था| तो कोई काम कर रहा था| तभी दरवजा और खिड़की की भड़भड़ाने की आवाज आयी| आसिम ने दरवाजा खोला तो पड़ोसी महेश प्रजापति, बबलू सोनकर शराब के नशे में अपने दस पन्द्रह साथियों के साथ घर में घुस आये और तोड़ फोड़ करने लगे| उन्हें ऐसा करता देख हम घबरा गये| आसिम ने मदद के लिए 112 न० पुलिस को फोन लगाया| लेकिन फोन नही लगा कई बार फोन करने पर बात हुई| वह लोग अध्धा चला रहे थे| बचाव में हमारे यहा से भी एकाक अध्धा चला| उसके बाद वह लोग वहा से भाग