मेरा नाम बेचना देवी है | मेरी उम्र 65 वर्ष है| मेरे पति का नाम छोटई मुसहर है| मुझे तीन बेटी और दो बेटा है| सभी विवाहित है| मै ईट भट्टे पर बनी मजदूरी करती हूँ| मै ग्राम-पेडूका,चौकी-रामेश्वर,थाना-जंसा,जिला-वाराणसी की मूल निवासिनी हूँ| सुबह का वक्त था| हम लोग अपने-अपने घरो में सोये थे| उस दिन 9 अगस्त 2023 की तारीख थी| तभी पुलिस बस्ती में आयी| उनके साथ गाँव के लोग और प्रधान जी भी थे| पुलिस किस लिए आयी है| किसी को नही पता था| जब पुलिस संजय का ताला तोड़कर तलाशी लेने लगी तो लोग घबरा गये| तभी पता चला की गाँव में संतोष यादव के यहाँ चोरी हुई है| पुलिस को जब कुछ सुराग नही मिला तो उसने लोगो के घर में घुसकर खाने पीने की चीजो को बर्बाद करने लगे| जब हम चोर नही है तो सामान कहाँ से बरामद होगा| लेकिन पुलिस यह बात मानने के लिए तैयार नही थी| घर का सब कुछ बर्बाद कर दिया| जब कुछ नही मिला तो पुलिस वाले हम लोगो को गाली देकर डराने धमकाने लगे और कहने लगे कि जब तुम लोगो पर डंडा बरसेगा तब तुम लोग बताओगे सामान कहाँ है| पुलिस की यह बात सुनकर हम हैरान हो गये| हमारा जन्म यही हुआ है| मै यहाँ की बेटी हूँ| आज त